Rachita BiswasAug 20, 20213 minHindiजादुपतुआ: स्क्रॉल पर जादूसंथाल जनजाती की देन जादुपतुआ चित्रकला ऊर्ध्वाधर स्क्रॉल पेंटिंग हैं जो काफी पहले कपड़ों पर प्रदर्शित की जाती थीं । अब यह चित्रकला कागजों...
Rachita BiswasAug 14, 20212 minHindiसोहराई और खोवर: विलुप्त होती एक अनुठी कलासोहराई और खोवर चित्रकला झारखंड में आदिवासी महिलाओं द्वारा अभ्यासित और पारंपरिक कला है जिसमें झोपड़ी की दीवारों को अनुठी चित्रकला से अलंकृ...
Rachita BiswasAug 10, 20212 minHindiपैटकर चित्रकारी: महाकाव्यों का दर्शनझारखंड के पूर्वी भाग में स्थित अमदुबी गाँव को पैटकर का गाँव भी कहा जाता है। 'पैटकर' इस गांव की पारंपरिक पेंटिंग है, एक कला रूप जो गांव में
Rachita BiswasAug 5, 20213 minHindiकुर्मी कला: अर्ध हिंदूकृत जनजातीय कलाजनजातीय कला" उन शब्दों में से एक है जो कला सिद्धांतकारों को आहत करता रहा है। लोगों के अनुसार जनजातीय कला का मोल कला प्रेमियों के लिए हमेशा
Rachita BiswasJul 29, 20213 minHindiजगदम्बा देवी: वैश्विक करिश्माई योगदानमिथिला की देन मधुबनी चित्रकला आज जिस तरह अपना अभूतपूर्व छाप वैश्विक पटल पर अंकित कर रहा है, जगदम्बा देवी जैसे कलाकारों के योगदान को अनदेखा
Rachita BiswasJul 22, 20212 minHindiसीता देवी- मधुबनी की संरक्षकसीता देवी(१९१३-१००५)का जन्म सुपौल जिले के वसहा गांव में हुआ था और महज १२ वर्ष के उम्र में ही विवाह जीतवारपुर गांव के महापात्रा ब्राह्मण प्